अपने ही गढ़ में हारी भाजपा, कांग्रेस को मिली बंपर जीत, 64 सीटों में…

 


देश के 5 राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनाव की चर्चा तो खूब बनी हुई है। लेकिन कई राज्यों में लोकल चुनाव पंचायत चुनाव भी हो रहे हैं और होने वाले हैं। इसी बीच भाजपा शासित हिमाचल प्रदेश से पार्टी के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। खबर के मुताबिक हिमाचल प्रदेश के 4 नगर निगमों में कुल 64 सीटों में से 29 सीटों पर कांग्रेस ने दबदबा बना लिया है।

इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी को इस नगर निगम चुनाव में 28 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा है। आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश में साल 2022 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे चुनाव से डेढ़ साल पहले, सियासी रूझान प्रदेश की मौजूदा भाजपा सरकार के खिलाफ जनमत का संकेत दे रहे हैं। सूबे में हुए चार नगर निगम चुनावों के नतीजे कुछ इसी ओर इशारा करते हैं।

दरअसल, सात अप्रैल को मंडी, पालमपुर, धर्मशाला और सोलन में हुए नगर निगम चुनाव में जो नतीजे सामने आए हैं। वो कांग्रेस पार्टी को राहत देने वाले हैं. नगर निगम चुनावों में भाजपा को निराशा हाथ लगी है। इन चारों नगर निगमों की कुल 64 में से 29 सीटें कांग्रेस की झोली में गई हैं। इसके अलावा, भाजपा को 28 सीटों के साथ संतोष करना पड़ा।

बताया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी कहीं भी खाता नहीं खोल पाई है। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रहे दिग्गज नेता शांता कुमार के घर पालमपुर में ही भाजपा को तगड़ी हार का सामना करना पड़ा है।

आपको बता दें कि पालमपुर के कुल 15 वार्डों में से कांग्रेस ने 11 वार्डों में जीत हासिल की है। जबकि भारतीय जनता पार्टी को सिर्फ दो भागों में ही जीत मिल पाई है। कांग्रेस और भाजपा के 11 बागी आजाद उम्मीदवार की जीत हासिल करने में कामयाब हो गए हैं।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिले की नगर निगम मंडी पर भाजपा की बड़ी जीत और कांग्रेस की हार हुई है। 15 सीटों वाली नवगठित नगर निगम में भाजपा ने प्रचंड जीत के साथ 11 सीटों पर कब्जा जमाया है।

जबकि कांग्रेस सिर्फ चार सीटों पर ही हाथ साफ करने में कामयाब रही है। हिमाचल में हुए नगर निगम चुनावों के परिणामों पर सरकार के नंबर-1 मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने बड़ा बयान दिया। भाजपा को उम्मीद के अनुसार ना आए नतीजों पर मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि नगर निगम छोटा पॉकेट है। परिणामों का ज्यादा असर नहीं होगा।

सोलन में चूक हुई है और टिकट वितरण सही नहीं हुआ। लेकिन मंडी में उन्होंने जीत का श्रेय सीएम जयराम ठाकुर को दिया है। इस दौरान महेंद्र सिंह ने कहा कि अनिल शर्मा ने मंडी में पार्टी के खिलाफ काम किया है। हालांकि, रोने-धोने से वोट नहीं मिलते हैं। उन्होंने सुखराम परिवार अवसरवादी भी बताया है।

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